अब जाम निगाहों से पिलाने नहीं आते ,
वो झूठी मुहब्बत भी जताने नहीं आते !!
वो झूठी मुहब्बत भी जताने नहीं आते !!
आग़ोश में हैं चाँद सितारे अभी उनके ,
मजबूर हैं वो रात बिताने नहीं आते !!
मजबूर हैं वो रात बिताने नहीं आते !!
गुल भी नहीं ख़ुशबू-ए-तमन्ना भी नहीं है ,
दस्त-ए-दुआ को फूल उगाने नहीं आते !!
दस्त-ए-दुआ को फूल उगाने नहीं आते !!
जज़्बात के बादल तो बरसते हैं घनेरे ,
दरिया हमे अश्क़ो के बहाने नहीं आते !!
दरिया हमे अश्क़ो के बहाने नहीं आते !!
ये दर्द मेरी ज़िन्दगी भर की है कमाई ,
बेबात अजी ग़म के ख़ज़ाने नहीं आते !!
बेबात अजी ग़म के ख़ज़ाने नहीं आते !!
यूँ तो हैं मुहब्बत के तलबगार हज़ारों ,
पर हर किसी को नख़रे उठाने नहीं आते !!heart इमोट " मंजु अग्नि "
पर हर किसी को नख़रे उठाने नहीं आते !!heart इमोट " मंजु अग्नि "
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