Tuesday, March 10, 2015

15 सालों से लगा अजीबो-गरीब प्रतिबंध हटा , जपानी बच्चों को मिला शोर मचाने का हक़

15  सालों  से लगा अजीबो-गरीब प्रतिबंध हटा

जपानी  बच्चों को मिला शोर मचाने  का हक़ 

टोक्यो ! जापान की राजधानी टोक्यो के रिहायसी इलाकों में 15  साल से बच्चों पर लगा एक अजीबो-गरीब बैन हटने जा रहा है ! अब बच्चे पार्क-सड़क या खुले स्थानों में खुलकर बात चीत या हंसी-ठिठोली कर सकेंगे ! दरसल टोक्यो से सटे  कई रिहायसी इलाकों में शांत माहौल बनाये रखने के लिए एक कानून लागू  है ! इसके तहत शोर मचने वाली हर गतिविधि पर रोक है ! इसमें बच्चों के जोर से बोलने को भी ध्वनि प्रदूषण के दायरे में रखा गया था ! बच्चों के गुमसुम रहने के मामलों को देखते हुए यह रोक हटाई जा रही है !
प्रतिबंधित इलाकों के आस-पास के स्कूल  भी इस कानून के कारण  परेशान हैं ! बुजुर्ग शिकायत करते थे कि  क्लास में जब बच्चे एक साथ कुछ पढ़ते हैं तो यह आवाजें उनके घरों तक आती हैं ! इसके बाद स्कूलों ने बच्चों को एक साथ पढ़ने पर रोक लगाई ! बच्चों को चुप करने के बाद फिर शिकायत मिली कि  शिक्षकों के पढ़ाने  की आवाजें आ रहीं हैं इस पर भी रोक लगा दी गयी ! टोक्यो के कई रिहायशी इलाकों में सिर्फ 45  डेसिबल तक का शोर मचा सकते हैं आवाज़ का यह शोर उतना ही होता है जितना एक छोटी चिड़िया के चहचहाने का होता है ! दरसल जापान में युवाओं के मुकाबले बुजुर्गों की तादाद ज्यादा है ! वर्ष 2000  में कई बुजुर्गों की शिकायत के बाद रिहायशी इलाकों में शोर को काबू रखने को यह कानून लागु किया गया ! 45  डेसिबल से ज्यादा शोर मचने वालों पर सेहत को नुकसान पहुचाने का मामला दर्ज होता है !
12  साल तक को मिला अधिकार 
कानून  बदलने के लिए पिछले साल एक कमेटी  बनाई गई ! टोक्यो के आस-पास 49  इलाकों में सर्वे किया गया ! कमेटी  के दो-तिहाई लोग कानून बदलना चाहते थे ! हालां कि  बुजुर्गों का विरोध जारी रहा ! बुजुर्गों की आपत्तियों को देखते हुए माना  जा रहा है कि  सिर्फ 12  वर्ष तक के बच्चों को ही शोर मचाने  का अधिकार मिलेगा !


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