उसकी यादों से हमें कौन रिहाई देगा ,
सामने ना हो मेरे फिर भी दिखाई देगा !
क्या कहें, किससे कहें और कहें क्यों आखिर ,
झूठ बोलेगा वही और सफ़ाई देगा !
ग़म ये दुनिया को बताएं तो बताएं कैसे
दर्द ये जिसने दिया वो ही दवाई देगा !
हमको मालूम है गमगीन यहाँ सारे हैं
देखना कौन भला गम को विदाई देगा !
शोर भी गम के समन्दर में अभी इतना है
मुस्कुरायें या हंसें दर्द सुनाई देगा !
मैंने जिस शख्स़ को अब तक है छुपाया सबसे
मेरे हर शेर में अब वो ही दिखाई देगा !
सामने ना हो मेरे फिर भी दिखाई देगा !
क्या कहें, किससे कहें और कहें क्यों आखिर ,
झूठ बोलेगा वही और सफ़ाई देगा !
ग़म ये दुनिया को बताएं तो बताएं कैसे
दर्द ये जिसने दिया वो ही दवाई देगा !
हमको मालूम है गमगीन यहाँ सारे हैं
देखना कौन भला गम को विदाई देगा !
शोर भी गम के समन्दर में अभी इतना है
मुस्कुरायें या हंसें दर्द सुनाई देगा !
मैंने जिस शख्स़ को अब तक है छुपाया सबसे
मेरे हर शेर में अब वो ही दिखाई देगा !
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