बापू,
स्वच्छ भारत का सपना
साकार करने को
आया है एक ऐसा प्रधानमन्त्री
जिसे गुमान है खुद पर
जो ठान लेता है, करता है
क्या, आपका सपना
पूर्ण करने में सफल होगा वो
संदेह है तुम्हें ?
यदि है भी, तो नहीं करना प्रदर्शित
आज़ादी के बाद, दो अक्टूबर को
करने को साकार सपने, तुम्हारे
पहली बार उठाया है सर पे आसमान
किसी सिरफिरे ने
बापू,
स्वच्छता के मामले में नहीं बख्शा था
आपने, बा' तक को
ऐसे तेवर देना उसे, आशीर्वाद स्वरूप
और देना होंसला, पस्त होने लगे जब
स्वच्छ भारत का सपना
साकार करने को
आया है एक ऐसा प्रधानमन्त्री
जिसे गुमान है खुद पर
जो ठान लेता है, करता है
क्या, आपका सपना
पूर्ण करने में सफल होगा वो
संदेह है तुम्हें ?
यदि है भी, तो नहीं करना प्रदर्शित
आज़ादी के बाद, दो अक्टूबर को
करने को साकार सपने, तुम्हारे
पहली बार उठाया है सर पे आसमान
किसी सिरफिरे ने
बापू,
स्वच्छता के मामले में नहीं बख्शा था
आपने, बा' तक को
ऐसे तेवर देना उसे, आशीर्वाद स्वरूप
और देना होंसला, पस्त होने लगे जब
No comments:
Post a Comment