ऊंचे ऊंचे दरबारों से क्या लेना
बेचारे हैं बेचारों से क्या लेना
जो मांगेंगे तूफानों से मांगेंगे
काग़ज़ की इन पतवारों से क्या लेना
ख्वाबों वाली कोई चीज़ नहीं मिलती
सोच रहा हूँ बाज़ारों से क्या लेना
चारागरी(चिकित्सक) का दावा करते फिरते हैं
बस्ती के इन बीमारों से क्या लेना
साथ हमारे कई सुनहरी सदियाँ हैं
हमें सनीचर इतवारों से क्या लेना
बेचारे हैं बेचारों से क्या लेना
जो मांगेंगे तूफानों से मांगेंगे
काग़ज़ की इन पतवारों से क्या लेना
ख्वाबों वाली कोई चीज़ नहीं मिलती
सोच रहा हूँ बाज़ारों से क्या लेना
चारागरी(चिकित्सक) का दावा करते फिरते हैं
बस्ती के इन बीमारों से क्या लेना
साथ हमारे कई सुनहरी सदियाँ हैं
हमें सनीचर इतवारों से क्या लेना
No comments:
Post a Comment