Saturday, May 24, 2014

नहीं !! अभी उठना नहीं हैं, क्युकी ख्वाब में - वीरू सोनकर

नहीं !!
अभी उठना नहीं हैं, क्यु कि ख्वाब में
एक काल्पनिक कहानी चल रही है,
वो कहानी /जो नहीं बन पाई /बीच में ही / मेरे आ जाने से,
देखना है.....अभी कहानी के किरदारों को बदल के,

मैं सोचता हूँ हम फिर से मिले,

वहीँ कॉलेज केंटीन के उसी काउंटर पर,
और
इस बार मैं तुम्हे छुट्टे पैसे नहीं दूंगा
ये काम किसी और को करने दूंगा
और देखूंगा !!
की वो
तुम्हारे मिलने से अपनी कहानी कैसे आगे बढाता हैं,
देखूंगा की मैं जहाँ जहाँ टुटा था
वो भी टूटता हैं क्या
नहीं नहीं....
मैंने उसे बिलकुल नहीं बताऊंगा की तुम्हे क्या क्या पसंद हैं,
देखना हैं....
तुम्हारे नाराज होने पर क्या वो मेरे जैसा ही मनायेगा
या फिर
मुझसे अलग कोई रास्ता अपनाएगा ?
या फिर
वो तुमको छोड़ जायेगा
तुम्हारे छोड़ने की पहल करने से पहले......!!

देखना ये भी हैं
जब मूवी हॉल में
तुम्हारे कंधो के पीछे से
मैंने
अपना हाथ सरकाया था
तब तुमने मुझे नहीं रोका था,
उसको भी नहीं रोकोगी क्या ?
तुममे छिपा / तुमसे अलग कुछ तलाशना / बहुत जरुरी हैं मेरे लिए,

सुनो
मेरी प्रेम कहानी के किरदार बदलने से
क्या उसकी तरन्नुम बदलेगी !!
अलग होने के बाद
मेरे भीतर उगा रेगिस्तानी कैक्टस जैसा कुछ उसमे भी उगता हैं क्या ?
अगर उगता हैं तो कितनी देर तक जीता हैं
शायद मुझे खुद में उगे
उस बेशर्म कटीले कैक्टस के मरने की उम्र पता चल जाये
अभी देखना हैं..............................

एक काल्पनिक कहानी चल रही हैं,
वो कहानी /जो नहीं बन पाई /बीच में ही / मेरे आ जाने से,
देखना हैं.....अभी कहानी के किरदारों को बदल के,

मैं सोचता हूँ हम फिर से मिले,

वहीँ कॉलेज कंटीन के उसी काउंटर पर,
और
इस बार मैं तुम्हे छुट्टे पैसे नहीं दूंगा
ये काम किसी और को करने दूंगा
और देखूंगा !!
की वो
तुम्हारे मिलने से अपनी कहानी कैसे आगे बढाता हैं,
देखूंगा की मैं जहाँ जहाँ टुटा था
वो भी टूटता हैं क्या
नहीं नहीं....
मैंने उसे बिलकुल नहीं बताऊंगा की तुम्हे क्या क्या पसंद हैं,
देखना हैं....
तुम्हारे नाराज होने पर क्या वो मेरे जैसा ही मनायेगा
या फिर
मुझसे अलग कोई रास्ता अपनाएगा ?
या फिर
वो तुमको छोड़ जायेगा
तुम्हारे छोड़ने की पहल करने से पहले......!!

देखना ये भी हैं
जब मूवी हॉल में
तुम्हारे कंधो के पीछे से
मैंने
अपना हाथ सरकाया था
तब तुमने मुझे नहीं रोका था,
उसको भी नहीं रोकोगी क्या ?
तुममे छिपा / तुमसे अलग कुछ तलाशना / बहुत जरुरी हैं मेरे लिए,

सुनो
मेरी प्रेम कहानी के किरदार बदलने से
क्या उसकी तरन्नुम बदलेगी !!
अलग होने के बाद
मेरे भीतर उगा रेगिस्तानी कैक्टस जैसा कुछ उसमे भी उगता हैं क्या ?
अगर उगता हैं तो कितनी देर तक जीता हैं
शायद मुझे खुद में उगे
उस बेशर्म कटीले कैक्टस के मरने की उम्र पता चल जाये
अभी देखना हैं..............................

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