मुझको तेरी तलाश है , आवाज़ दे मुझे !
तू मेरे बहुत पास है , आवाज़ दे मुझे !!
मैं आइने में ख़ुद को जो देखूँ तो तू दिखे ,
क्या ख़ूब इल्तिबास है , आवाज़ दे मुझे !
ऐसा लगे कि तू भी है मेरी तलाश में ,
एहसास तो एहसास है , आवाज़ दे मुझे !
हर सम्त बेपनाह शोरोशर है क्या हुआ ,
आवाज़ मेरी खाश है , आवाज़ दे मुझे !
कहते हैं लोग है ही नहीं तू वजूद में ,
तू है तो नाशनास है , आवाज़ दे मुझे !
मैं गुम हुआ हूँ संगतराशों की भीड़ में ,
कोई जो बुततराश है , आवाज़ दे मुझे !
मुझको तो रास आ गई मेरी उदासियाँ ,
गर तू बहुत उदास है , आवाज़ दे मुझे !
उस वक़्त अंधेरों में खो गई थी हर सदा ,
ये लम्हा ज़ियापाश है , आवाज़ दे मुझे !
हर हाल में 'सिन्दूर' को इंसाफ दे सके ,
वो कौन-सा इज्लास है , आवाज़ दे मुझे !
तू मेरे बहुत पास है , आवाज़ दे मुझे !!
मैं आइने में ख़ुद को जो देखूँ तो तू दिखे ,
क्या ख़ूब इल्तिबास है , आवाज़ दे मुझे !
ऐसा लगे कि तू भी है मेरी तलाश में ,
एहसास तो एहसास है , आवाज़ दे मुझे !
हर सम्त बेपनाह शोरोशर है क्या हुआ ,
आवाज़ मेरी खाश है , आवाज़ दे मुझे !
कहते हैं लोग है ही नहीं तू वजूद में ,
तू है तो नाशनास है , आवाज़ दे मुझे !
मैं गुम हुआ हूँ संगतराशों की भीड़ में ,
कोई जो बुततराश है , आवाज़ दे मुझे !
मुझको तो रास आ गई मेरी उदासियाँ ,
गर तू बहुत उदास है , आवाज़ दे मुझे !
उस वक़्त अंधेरों में खो गई थी हर सदा ,
ये लम्हा ज़ियापाश है , आवाज़ दे मुझे !
हर हाल में 'सिन्दूर' को इंसाफ दे सके ,
वो कौन-सा इज्लास है , आवाज़ दे मुझे !
No comments:
Post a Comment