Monday, October 13, 2014

मुझे बचाओ एक दिन वो मेरी ही नजरों के सामने - अनिल कार्की

"मुझे बचाओ एक दिन वो मेरी ही नजरों के सामने
बना देंगे मुझे अपना सबसे प्यारा वफादार कुत्ता
वो मेरी पूँछ काट देंगे
इसलिए कि वो सीधी नहीं हो सकती
क्योंकि वह टेड़ी ही रहने को प्रतिबद्ध है
आज भी!

एक दिन, एक किसी भी दिन
वो मेरी आवाज बेच देंगे
एक दिन वो मेरी नज़र बेच देंगे
मेरी आँखों के समन्दरों पे वो उगा देंगे नागफनी
मुझे बचा लो मेरे बंधु!
मैं विश्व की सबसे संकटग्रस्त प्रजाति का
मुँहफट आदमी हूँ...."

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