Saturday, September 6, 2014

इतवार और तानाशाह - मणि मोहन मेहता

आज इतवार है
अपने घर पर होगा तानाशाह
एकदम अकेला...

क्या कर रहा होगा ? ? ?
गमलों में लगे
फूलों को डांट रहा होगा ! ! !
हाथों में कैंची लिए
लताओं के पर कतर रहा होगा ! ! !
खीझ रहा होगा बीवी पर ! ! !
या फिर अपने कुत्तों से
चटवा रहा होगा तलुवे ! ! !
क्या आज फिर
टूटा होगा
उसके घर में एक आईना ?
क्या आज फिर चीख - चीख कर पूछ रहा होगा -
किसने तोड़ा है ये आईना ?
पता नहीं तानाशाह
इस वक्त अपने घर पर
किस तरह
मना रहा होगा इतवार ? ? ?

No comments:

Post a Comment